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क्रिकेट सिर्फ एक खेल नहीं, एक जुनून है — और जब कोई भारतीय बल्लेबाज़ तीनों अंतरराष्ट्रीय फॉर्मेट (टेस्ट, वनडे, टी20) में शतक लगाता है, तो वह सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं, एक ऐतिहासिक मिसाल बन जाती है।
तो आइए जानते हैं वह कौन है जिसने यह कारनामा सबसे पहले किया, और इससे जुड़ी अन्य अनसुनी बातें।

हर फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय
रोहित शर्मा पहले भारतीय बल्लेबाज़ बने जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी20 — तीनों फॉर्मेट में शतक लगाए।
यह कोई साधारण उपलब्धि नहीं है, क्योंकि हर फॉर्मेट की अपनी अलग ज़रूरतें होती हैं — टेस्ट में संयम, वनडे में लय और टी20 में आक्रामकता।
उनके शतकों की शुरुआत:
प्रारूप | पहला शतक | विशेष जानकारी |
टेस्ट | 2013 बनाम वेस्टइंडीज | डेब्यू टेस्ट में 177 रन |
वनडे | 2010 बनाम ज़िम्बाब्वे | बाद में 3 दोहरे शतक भी लगाए |
टी20 | 2017 बनाम श्रीलंका | सिर्फ 35 गेंदों में शतक |
क्या आगे आने वाले खिलाड़ी भी यह कर पाएंगे?
आज के दौर में क्रिकेट स्पेशलाइजेशन की ओर बढ़ चुका है।
बहुत से खिलाड़ी सिर्फ एक या दो फॉर्मेट तक सीमित हैं। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि तीनों फॉर्मेट में शतक लगाना अब दुर्लभ होता जा रहा है।
पहले ही वनडे मैच में शतक मारने वाला एकमात्र भारतीय कौन है?
केएल राहुल भारत के पहले और अब तक इकलौते खिलाड़ी हैं जिन्होंने अपने पहले ही वनडे इंटरनेशनल मैच में शतक लगाया।
यह उपलब्धि उन्होंने 2016 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हासिल की थी, जहां उन्होंने नाबाद 100 रन बनाए थे।
क्या खास था इस शतक में?
- अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट का पहला मैच
- विदेशी ज़मीन पर
- टीम को जीत दिलाने वाला प्रदर्शन
इस तरह का डेब्यू कम ही खिलाड़ियों को नसीब होता है।
क्रिकेट इतिहास में सबसे पहले 100 अंतरराष्ट्रीय शतक किसने मारे?

इस सवाल का सिर्फ एक नाम है — सचिन तेंदुलकर।
उन्होंने टेस्ट और वनडे मिलाकर 100 अंतरराष्ट्रीय शतक पूरे किए, जो आज तक कोई और बल्लेबाज़ नहीं कर पाया है।
प्रारूप | शतक | कुल रन |
टेस्ट | 51 | 15,921 |
वनडे | 49 | 18,426 |
कुल | 100 | 34,347 |
2012 में बांग्लादेश के खिलाफ उनका 100वां शतक भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण था।
भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में पहला शतक किसने लगाया?
लाला अमरनाथ पहले भारतीय थे जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में शतक जमाया।
1933 में बॉम्बे (अब मुंबई) में इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने 118 रन की पारी खेली थी।
इसका महत्व क्या था?
यह शतक उस दौर में आया जब भारत गुलाम था। लाला अमरनाथ की यह पारी भारत की क्रिकेट में पहचान का पहला बड़ा कदम थी।
टेस्ट क्रिकेट का पहला शतक किसने मारा?
दुनिया के पहले टेस्ट मैच में — 1877 में ऑस्ट्रेलिया बनाम इंग्लैंड —
चार्ल्स बैनरमैन (Charles Bannerman) ने नाबाद 165 रन बनाए और इतिहास में पहला टेस्ट शतक अपने नाम किया।
उन्होंने अपनी टीम के कुल स्कोर का 67% अकेले बनाया था — जो आज भी रिकॉर्ड है।
शतक के पीछे की कहानी: केवल रन नहीं, पहचान होती है
हर शतक एक आंकड़ा नहीं, एक संघर्ष की कहानी है।
जब कोई बल्लेबाज़ शतक बनाता है, तो उसमें सालों की मेहनत, बार-बार की असफलताएं, और अंततः एक मजबूत वापसी छिपी होती है।

ऐसे सवाल जो क्रिकेट प्रेमियों के मन में अक्सर आते हैं (पूरी व्याख्या के साथ)
- भारत के पहले टेस्ट शतकवीर कौन थे?
लाला अमरनाथ, जिन्होंने 1933 में इंग्लैंड के खिलाफ शतक जड़ा था। यह भारतीय क्रिकेट इतिहास की पहली बड़ी उपलब्धियों में से एक थी। - डेब्यू वनडे में शतक लगाने वाले इकलौते भारतीय?
केएल राहुल, 2016 में। उनकी पारी ने दिखाया कि वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टिकने का माद्दा रखते हैं। - तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले पहले भारतीय?
रोहित शर्मा, जिनकी तकनीकी क्षमता और अनुकूलनशक्ति उन्हें इस मुकाम तक लेकर आई। - 100 अंतरराष्ट्रीय शतक सबसे पहले किसने लगाए?
सचिन तेंदुलकर, जिनकी यह उपलब्धि क्रिकेट इतिहास का सबसे प्रतिष्ठित व्यक्तिगत रिकॉर्ड है। - टेस्ट क्रिकेट का पहला शतक किसने मारा?
चार्ल्स बैनरमैन, जिन्होंने क्रिकेट को पहली बार "बड़ी पारी" का मतलब समझाया।
शतक सिर्फ रन नहीं, संघर्ष की कहानी है
क्रिकेट में शतक लगाना सिर्फ 100 रन बनाना नहीं होता — यह खिलाड़ी के धैर्य, मेहनत और आत्मविश्वास की असली पहचान है। हर शतक के पीछे घंटों की तैयारी, मानसिक मजबूती और परिस्थितियों से लड़ने की क्षमता छिपी होती है।
सचिन का 100वां शतक, रोहित का तीनों फॉर्मेट में कमाल, और राहुल का डेब्यू पर धमाका — ये सभी सिर्फ रिकॉर्ड नहीं हैं, ये भारतीय क्रिकेट की प्रेरणादायक कहानियां हैं।
भविष्य में शायद ऐसे खिलाड़ी कम दिखें जो हर फॉर्मेट में शतक लगा पाएं, लेकिन जब भी कोई बल्लेबाज़ शतक बनाए — तो याद रखिए, उसने सिर्फ रन नहीं, एक मुकाम हासिल किया है।